मौर्य साम्राज्य



1. सर्वप्रथम किसने सैंड्रोकॉटोस तथा एंड्रोकोटस का तादात्म्य चंद्रगुप्त के साथ स्थापित किया था?

वी ए स्मिथ
आर सी मजूमदार
भंडारकर
विलियम जोन्स✔️✔️✔️

2. इनमें से किसने मात्र अभिलेखों के ही आधार पर अशोक का इतिहास लिखने का श्लाघ्य प्रयास किया है?

भंडारकर महोदय✔️✔️✔️
आर सी मजूमदार
वी ए स्मिथ
जोन्स

3. ब्राह्मण ग्रंथ चंद्रगुप्त मौर्य को संबंधित करते हैं-

ब्राह्मण से 
क्षत्रिय से
वैश्य से
शूद्र से✔️✔️✔️

4. "ततः प्रभृत्ति राजानो भविष्यन्ति शुद्रयोनयः" अर्थात शैशुनाग वंशी शासक "महानंदी के पश्चात शुद्र योनि के राजा पृथ्वी पर शासन करेंगे..........यह उद्धरण है-

विष्णु पुराण का✔️✔️✔️
वायु पुराण का
मत्स्य पुराण का
ब्रह्मांड पुराण का

5. चंद्रगुप्त को नंदराज की पत्नी 'मुरा' से उत्पन्न बताया है-

विशाखदत्त ने
श्रीधरस्वामी ने✔️✔️✔️( ये विष्णु पुराण के टीकाकार है।)
सोमदेव ने
धुंडीराज ने

6. इनमें से कौन सा ग्रंथ नन्दों को उच्च कुल तथा चंद्रगुप्त को निम्न कुल का बताता है?

मुद्राराक्षस✔️✔️✔️
कथासरित्सागर
बृहतकथामंजरी
विष्णु पुराण

7. स्वार्थसिद्धि नामक एक क्षत्रिय राजा की दो पत्नियां थी- सुनंदा तथा मुरा। सुनंदा एक क्षत्राणी थी जिसके 9 पुत्र हुए जो नव-नन्द कह गए।  मुरा शुद्रा (वृषलात्मजा) थी। उसका एक पुत्र हुआ जो 'मौर्य' कहा गया।
👉 उपर्युक्त विवरण है-

मुद्राराक्षस के टीकाकार धुंडीराज का✔️✔️✔️
विष्णुपुराण के भाष्यकार श्रीधरस्वामी का
क्षेमेन्द्र का
सोमदेव का

8. नंदराज की अचानक मृत्यु हो गई तथा #इंद्रदत्त नामक एक व्यक्ति योग के बल पर उसकी आत्मा में प्रवेश कर गया तथा राजा बन बैठा। तत्पश्चात वह #योगनंद के नाम से जाना जाने लगा। उसने नंदराज की पत्नी से विवाह कर लिया जिससे उसे #हिरण्यगुप्त नामक पुत्र उत्पन्न हुआ। किंतु वास्तविक नन्दराजा को पहले से ही चंद्रगुप्त नामक 1 पुत्र था। योगनंद अपने तथा अपने पुत्र हिरणयगुप्त के मार्ग में चंद्रगुप्त को बाधक समझता था जिससे दोनों में वैमनस्य होना स्वभाविक था।  वास्तविक नंद राजा के मंत्री #शकटार ने चंद्रगुप्त का पक्ष लिया। चाणक्य नामक ब्राह्मण को अपनी ओर मिला कर उसकी सहायता से शकटार ने योगनन्द तथा हिरण्यगुप्त का अंत कर दिया तथा राज्य का वैद्य उत्तराधिकारी चंद्रगुप्त ही सिंहासन पर बैठा।
👉 उपर्युक्त विवरण है

मुद्राराक्षस 
कथासरित्सागर✔️✔️✔️
बृहतकथामंजरी✔️✔️✔️
विष्णु पुराण

9. चंद्रगुप्त को वृषल तथा कुलहीन किस ग्रंथ में कहा गया है?
उत्तर- विशाखदत्त के मुद्राराक्षस में

10. बौद्ध ग्रंथों में चंद्रगुप्त 'मोरिय' क्षत्रिय वंश का कहा गया है। यह मोरिय शाखा थे-

कुशीनारा के मल्लो की 
कपिलवस्तु के शाक्यों की ✔️✔️✔️
वैशाली के लिच्छवियों की
मिथिला के विदेह की

11. एक विवरण के अनुसार कोशल नरेश ने कपिलवस्तु पर आक्रमण किया. शाक्य परिवार के कुछ लोग कोशल नरेश के अत्याचारों से बचने के लिए हिमालय के एक सुरक्षित क्षेत्र में आकर बस गए। यह स्थान मोरों के लिए प्रसिद्ध था अतः यहां के निवासी मोरिय कहे गए। 
👉 उपर्युक्त कौशल नरेश है-

प्रसेनजीत
महाकोशल
विडूडभ✔️✔️✔️
कंस

12. किस ग्रंथ ने चंद्रगुप्त को 'मोरिय' नामक क्षत्रिय वंश में उत्पन्न कहा गया है?

दीपवंश 
महापरिनिब्बानसूत्त
 महावंश✔️✔️✔️
परिशिष्टपर्वन

13. किस ग्रंथ में मौर्यों को पिप्पलिवन का शासक तथा क्षत्रिय वंश का कहा गया है--?
👉 बुद्ध की मृत्यु के बाद मोरियो ने कुशीनारा के मल्लों के पास उनके अवशेषों का अंश प्राप्त करने के लिए राजदूत भेजकर अपने क्षत्रिय होने के आधार पर ही दावा किया था।

दीपवंश 
महापरिनिब्बानसूत्त✔️✔️✔️
 महावंश
परिशिष्टपर्वन,

14. किस ग्रंथ में चंद्रगुप्त को मयूर पोषकों के ग्राम के मुखिया की पुत्री का पुत्र बताया गया है?

दीपवंश 
महापरिनिब्बानसूत्त
परिशिष्टपर्वन,✔️✔️✔️
आवश्यक सूत्र

15. मौर्यों को मयूर से संबंधित करने के मत की पुष्टि अशोक के किस स्तंभ से होती है??
उत्तर- लौरिया-नंदनगढ(चंपारण,बिहार)

16. सर्वप्रथम किसने यह बताया था कि मयूर मौर्यों का वंशीय चिन्ह था?

भंडारकर महोदय
विलियम जोंस
ग्रुनवेडेल✔️✔️✔️
आर सी मजूमदार

17. किसके विवरण से पता चलता है कि जब चंद्रगुप्त युवक था तभी स्वयं सिकंदर से मिला था तथा बाद में कहा करता था कि सिकंदर बड़ी आसानी से संपूर्ण देश को जीत लिया होता क्योंकि तत्कालीन राजा अपने कुल की निम्नता के कारण जनता में अत्यधिक घृणित एवं अप्रिय था?

स्ट्रेबो
प्लुटार्क✔️✔️✔️
जस्टिन
प्लिनी

18. एक बार सैंड्रोकॉटोस की स्पष्टवादिता से सिकंदर  अप्रसन्न हो गया तथा उसने उसे मार डालने का आदेश दिया। चंद्रगुप्त अपनी सतर्कता से बच निकला......।'

स्ट्रेबो
प्लुटार्क
जस्टिन✔️✔️✔️
प्लिनी

19. अर्थशास्त्र के अनुसार चंद्रगुप्त की सेना मिलकर बनी थी-

म्लेच्छ, चोरगण
चोर अथवा प्रतिरोधक
आटवि

द्वार ) तथा 570 बुर्ज थे। नगर का प्रबन्ध एक नगर परिषद् ( Municipal  Board ) द्वारा होता था जिसमें पाँच - पाँच सदस्यों वाली छः समितियाँ काम करती थीं। नगर के मध्य चन्द्रगुप्त का विशाल राजप्रासाद स्थित था  जो भव्यता और शान - शौकत में #सूसा तथा #एकबतना के राजमहल भी उसकी  तुलना नहीं कर सकते थे ।

43. जैन ग्रंथ इनमें से किस शासक को "सिंहसेन" कहते हैं?

बिंदुसार✔️
रामगुप्त
उदयिन
इनमें से कोई नही

44. जैन परंपराओं में बिंदुसार की माता का नाम मिलता है--?

दुर्धरा✔️
सुभद्राङ्गी
करुवाकि
तिष्यरक्षिता

45. किस लेखक के अनुसार सीरिया के राजा एंटीओकस ने डायमेकस नामक अपना एक राजदूत बिंदुसार की राज्यसभा में भेजा था?

प्लिनी
प्लूटार्क
जस्टिन
स्ट्रैबो✔️

46. कौन हमें बताता है कि मिस्र के राजा टॉलमी द्वितीय फिलाडेल्फस ने डायनोसियस नामक एक राजदूत मौर्य दरबार में भेजा था?

प्लिनी✔️
प्लूटार्क
जस्टिन
स्ट्रैबो

47. इनमें से किस यूनानी लेखक ने बिंदुसार और सीरिया के राजा के बीच मैत्रीपूर्ण पत्र-व्यवहार का विवरण दिया है जिसमें बिंदुसार ने सीरियाई नरेश से मीठी मदिरा, सूखे अंजीर एवं एक दार्शनिक की मांग की थी?

प्लिनी
प्लूटार्क
जस्टिन
एथेनियस✔️

48. बिंदुसार के समय अशोक इनमें से किस प्रांत का वायसराय था?

मद्र देश
तक्षशिला
अवंति✔️
सुराष्ट्र

49. दिव्यावदान में अशोक की माता का नाम मिलता है?

दुर्धरा
सुभद्राङ्गी✔️
करुवाकि
तिष्यरक्षिता

50. अशोक के पुत्र महेंद्र तथा पुत्री संघमित्रा का जन्म उसके किस पत्नी से हुआ था?

वेदिशमहादेवी✔️
करूवाकी
तिस्यरक्षिता
इनमें से कोई नही
(राकेश वर्मा की पोस्ट से)

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