तारीख़-ए-मसूदी, अबुल फ़ज़ल मुहम्मद बिन हुसैन अल बहरी द्वारा रचित है। इस पुस्तक में महमूद ग़ज़नवी तथा मसूद के इतिहास के विषय में ज्ञान प्राप्त होता है। इस पुस्तक के द्वारा महमूद ग़ज़नवी के दरबार के जीवन की झलक, और कर्मचारियों के षडयंत्रों का विवरण मिलता है। तारीख़-ए-मुबारकशाही 'याहिया बिन अहमद सरहिन्दी' द्वारा लिखा गया ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ से तुग़लक़ वंश के बाद सैय्यद वंश के बारे में जानकारी मिलती है। इस काल के इतिहास को जानने का यह एकमात्र स्रोत है। तबकात-ए-नासिरी पुस्तक 'मिनहाजुद्दीन सिराज' (मिनिहाजुद्दीन अबू-उमर-बिन सिराजुद्दीन अल जुजियानी) द्वारा रचित है। इस पुस्तक में मुहम्मद ग़ोरी की भारत विजय तथा तुर्की सल्तनत के आरम्भिक इतिहास की लगभग 1260 ई. तक की जानकारी मिलती है। मिनहाज ने अपनी इस कृति को ग़ुलाम वंश के शासक नसीरूद्दीन महमूद को समर्पित किया था। उस समय मिनहाज दिल्ली का मुख्य क़ाज़ी था। चचनामा यह अरबी भाषा में लिपिबद्ध है। इससे मुहम्मद-बिन-कासिम से पहले तथा बाद के सिन्ध के इतिहास का ज्ञान होता है। इसका फारसी भाषा में भी अनुवाद किया गया है। तहकिकात-ए-हिन्द ...
राष्ट्रवादी इतिहासकार ----यदुनाथ सरकार ----- --- 10 दिसम्बर 1870-19 मई 1958 --------------------------------------------- भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार यदुनाथ सरकार का जन्म राजशाही ( बांग्लादेश ) के करछमरिया नामक गांव में .. कायस्थ परिवार में हुआ था । वे सन् 1917 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष के पद पर रहे , किन्तु अगले वर्ष ही रेवेशा कॉलेज , उत्कल चले गये । सन् 1919 में ब्रिटिश सरकार ने इन्हें भारतीय शिक्षा सेवा में नियुक्त किया । अवकाश ग्रहण करने के बाद दो वर्ष के लिए कलकत्ता विश्वविद्यालय के अवैतनिक उपकुलपति रहे । ... सन् 1929 ब्रिटिश सरकार ने उन्हें “ सर ' की उपाधि प्रदान की । यदुनाथ सरकार की पहली पुस्तक ' इंडिया ऑफ औरंगजेब , टोपोग्राफी , स्टेटिस्टिक्स एण्ड रोड्स ' सन् 1901 ई . में प्रकाशित हुई तथा इसी क्रम में सन् 1919 ई . में दो खण्डों में प्रकाशित पुस्तक "हिस्ट्री ऑफ औरंगजेब" इतिहास लेखन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है ...इस पुस्तक का पांचवा तथा अंतिम खण्ड सन् 1928 ई . में छपा । इनका शोध ग्रंथ 'शिवाजी एण्ड ...
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